कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा: भाजपा-संघ के साथ इंडियन स्टेट से लड़ रही कांग्रेस

कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा: भाजपा-संघ के साथ इंडियन स्टेट से लड़ रही कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि भाजपा और आरएसएस ने देश की सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस न सिर्फ भाजपा और आरएसएस, बल्कि इंडियन स्टेट (भारत सरकार) से भी लड़ाई लड़ रही है।राहुल ने यह बयान दिल्ली में कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के मौके पर कही। इस बयान के बाद भाजपा बोली कि राहुल ने तो खुलेआम जंग छेड़ दी। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया पर लिखा- राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि वे भारत से लड़ रहे हैं। ये लोग भारत को और कमजोर करना चाहते हैं।

 भागवत का बयान देशद्रोह
कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मोहन भागवत कह रहे हैं कि 1947 में भारत को सच्ची आजादी नहीं मिली थी। मोहन भागवत का यह कमेंट हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ हर एक भारतीय नागरिक का अपमान है। भागवत का कमेंट हमारे संविधान पर हमला है। राहुल गांधी ने कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि मोहन भागवत हर दो-तीन दिन में अपने बयानों से देश को यह बताते रहते हैं कि वह स्वतंत्रता आंदोलन और संविधान के बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने हाल ही में जो कहा वह देशद्रोह है, क्योंकि उनके बयान का मतलब है कि संविधान का कोई औचित्य नहीं है। राहुल ने कहा कि भागवत के हिसाब से अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई का कोई महत्व ही नहीं है। मोहन भागवत अगर किसी और देश में ऐसे बयान देते तो गिरफ्तार हो जाते। उनके खिलाफ केस भी चलाया जाता। दरअसल, भागवत ने 13 जनवरी को इंदौर में एक कार्यक्रम में कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के रूप में मनाई जानी चाहिए, क्योंकि अनेक सदियों से दुश्मनों का आक्रमण झेलने वाले देश को सच्ची स्वतंत्रता इस दिन मिली थी। राहुल ने कहा कि हमारे पास कृष्ण, नानक, बुद्ध, कबीर, क्या ये सब आरएसएस की विचारधारा हैं।

आरएसएस और कांग्रेस की विचारधारा में बड़ा अंतर
राहुल गांधी ने कहा कि हमारी विचारधारा कल सामने नहीं आई। हमारी विचारधारा हजारों साल पुरानी है। यह हजारों सालों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा से लड़ रही है। हमारे अपने प्रतीक हैं। हमारे पास शिव हैं। हमारे पास गुरुनानक हैं। हमारे पास कबीर हैं। हमारे पास महात्मा गांधी हैं। ये सभी हमें यानी देश को सही रास्ता दिखाते हैं। क्या गुरुनानक संघ की विचारधारा हैं? क्या बुद्ध संघ की विचारधारा हैं? क्या भगवान कृष्ण संघ की विचारधारा हैं? इनमें से कोई नहीं। इनमें से सभी ने लोगों की समानता और भाईचारे के लिए लड़ाई लड़ी। राहुल ने कहा कि यह मत सोचिए कि हम निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं। इसमें कोई निष्पक्षता नहीं है। यदि आप मानते हैं कि हम भाजपा या क्रस्स् नामक राजनीतिक संगठन से लड़ रहे हैं, तो आप समझ नहीं पा रहे कि क्या चल रहा है। यह दो विचारों के बीच लड़ाई है। एक हमारा विचार है जो संविधान का विचार है। दूसरी तरफ आरएसएस का विचार है जो इसके उलट है।

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