महाकुंभ मेले में जाना हमारे लिए सपने से कम नहीं… रांची वासियों में गजब का एक्साइटमेंट

महाकुंभ मेले में जाना हमारे लिए सपने से कम नहीं… रांची वासियों में गजब का एक्साइटमेंट

भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत में महाकुंभ मेला का विशेष स्थान है. रांची के लोग इस अद्भुत अवसर को लेकर बेहद उत्साहित हैं. साल 2025 का महाकुंभ मेला न केवल खगोलीय महत्व का होगा, बल्कि यह ऐतिहासिक पल हर किसी के लिए एक यादगार अनुभव बन जाएगा. संगम स्नान और कल्पवास के लिए रांची के लोग भारी संख्या में तैयारियां कर रहे हैं.

सौभाग्यशाली मान रहे हैं खुद को
रांची की प्रीति सिंह बताती हैं कि हमने कभी नहीं सोचा था कि हमें ऐसा ऐतिहासिक पल देखने का अवसर मिलेगा. 2025 का महाकुंभ मेला खगोलीय घटना के लिहाज से भी खास है, और हम इसे मिस नहीं कर सकते. संगम स्नान के लिए परिवार के साथ जाना निश्चित किया है. भगवान का यह तोहफा हमारे लिए किसी बड़े सरप्राइज से कम नहीं.

किशोरगंज के संदीप ने अपनी खुशी साझा करते हुए कहा कि महाकुंभ मेला में जाना हमारे लिए सपना जैसा है. रांची में हर तरफ महाकुंभ की बातें हो रही हैं. ऐसा लगता है जैसे पूरा शहर ही इस आयोजन के लिए तैयार हो गया है. हमारे टिकट भी कट चुके हैं, और अब तो बस जाने का इंतजार है. यह पल हमारे जीवन का सबसे बड़ा अनुभव बनने वाला है.

संगम स्नान का दिव्य अनुभव
डोरंडा की संगीता शर्मा ने बताया कि महाकुंभ में शामिल होने के लिए हमारे पूरे परिवार ने योजना बनाई है. हम लगभग 18-20 लोग एकसाथ संगम स्नान के लिए जा रहे हैं. यह हमारी पीढ़ियों के बीच का मिलन है और इसका आनंद शब्दों में बयां करना मुश्किल है. महाकुंभ में जाना एक आध्यात्मिक और ऐतिहासिक अनुभव है, जिसे हर व्यक्ति महसूस करना चाहता है.

नीलिमा शर्मा, जो धुर्वा इलाके की रहने वाली हैं, ने कहा कि मैं पहले ही संगम स्नान कर चुकी हूं, और वह अनुभव शब्दों से परे था. मन में अभी भी एक बार फिर वहां जाने की इच्छा है. महाकुंभ का दिव्य अनुभव एक आध्यात्मिक यात्रा जैसा है, जिसे हर कोई महसूस करना चाहता है.

रांची में भक्तिमय माहौल
महाकुंभ मेले के लिए रांची का हर कोना भक्तिमय हो चुका है. जगह-जगह होर्डिंग्स और पोस्टर इस आयोजन की भव्यता का एहसास करा रहे हैं. स्थानीय बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, और बाजारों में महाकुंभ मेला के पोस्टर लोगों के उत्साह को और बढ़ा रहे हैं.

धार्मिक यात्रा की योजना बना रहे लोगों में से कई कल्पवास (संगम किनारे एक सप्ताह तक रहना) की तैयारी कर रहे हैं. रांची के लोगों का कहना है कि इस आयोजन में शामिल होना उनके लिए जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है. 2025 का महाकुंभ मेला एक विशेष खगोलीय घटना से जुड़ा हुआ है, जो इसे और भी खास बनाता है. इस आयोजन को लेकर सिर्फ रांची ही नहीं, बल्कि पूरे देश के श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है.

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