गुप्त नवरात्रि का दूसरा दिन, लक्ष्मी कृपा से होंगे धनवान! जानें मुहूर्त, पंचक, राहुकाल, शुक्र के उपाय

गुप्त नवरात्रि का दूसरा दिन, लक्ष्मी कृपा से होंगे धनवान! जानें मुहूर्त, पंचक, राहुकाल, शुक्र के उपाय

माघ गुप्त नवरात्रि का दूसरा दिन शुक्रवार को है. उस दिन माघ शुक्ल द्वितीया तिथि, शतभिषा नक्षत्र, वरीयान् योग, कौलव करण, पश्चिम का दिशाशूल और कुंभ राशि में चंद्रमा है. गुप्त नवरात्रि के दूसरे दिन 10 महाविद्यायों में से दूसरी महाविद्या तारा की पूजा की जाती है. देवी तारा की पूजा करने से व्यक्ति को ज्ञान और कार्य में सफलता की प्राप्ति होती है. शत्रुओं के नाश के लिए भी देवी तारा की पूजा करते हैं. ये देवी स्फटिक की माला धारण करती हैं और सफेद कपड़े पहनती हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, 10 महाविद्यायों की उत्पत्ति देवी सती से हुई है.

शुक्रवार के दिन व्रत और लक्ष्मी पूज करने से धन, संपत्ति, वैभव आदि में बढ़ोत्तरी होती है. शाम के समय प्रदोष काल में माता लक्ष्मी की पूजा विधि विधान से करें. फिर उनको खीर, दूध से बनी सफेद मिठाई, बताशे आदि का भोग लगाएं. कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें. आप पर माता लक्ष्मी की कृपा होगी. कुंडली के शुक्र दोष को दूर करने के लिए सफेद कपड़े पहनें. इत्र लगाएं. चांदी, मोती के आभूषण पहनें. शुक्र का शुभ रत्न हीरा और उपरत्न ओपल है. इसको पहनने से भी शुक्र मजबूत होता है. शुक्रवार को शुक्र के बीज मंत्र का जाप करें. शुक्र के मजबूत होने से आपके सुख और समृद्धि में बढ़ोत्तरी होगी. वैदिक पंचांग से जानते हैं आज का मुहूर्त, पंचक, सूर्योदय, चंद्रोदय, राहुकाल, दिशाशूल, चौघड़िया समय आदि.

आज का पंचांग, 31 जनवरी 2025
आज की तिथि- द्वितीया – 01:59 पी एम तक, उसके बाद तृतीया
आज का नक्षत्र- शतभिषा – 04:14 ए एम, फरवरी 01 तक, फिर पूर्व भाद्रपद
आज का करण- कौलव – 01:59 पी एम तक, तैतिल – 12:49 ए एम, फरवरी 01 तक, उसके बाद गर
आज का योग- वरीयान् – 03:33 पी एम तक, फिर परिघ
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- शुक्रवार
चंद्र राशि- कुंभ

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 07:10 ए एम
सूर्यास्त- 06:00 पी एम
चन्द्रोदय- 08:28 ए एम
चन्द्रास्त- 08:02 पी एम

माघ गुप्त नवरात्रि दूसरे दिन के शुभ मुहूर्त
रवि योग: कल, प्रात: 04:14 ए एम से 07:09 ए एम तक
ब्रह्म मुहूर्त: 05:24 ए एम से 06:17 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 12:13 पी एम से 12:56 पी एम
विजय मुहूर्त: 02:23 पी एम से 03:06 पी एम
अमृत काल: 09:31 पी एम से 11:01 पी एम

दिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
चर-सामान्य: 07:10 ए एम से 08:31 ए एम
लाभ-उन्नति: 08:31 ए एम से 09:52 ए एम
अमृत-सर्वोत्तम: 09:52 ए एम से 11:13 ए एम
शुभ-उत्तम: 12:35 पी एम से 01:56 पी एम
चर-सामान्य: 04:38 पी एम से 06:00 पी एम

रात का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
लाभ-उन्नति: 09:17 पी एम से 10:56 पी एम
शुभ-उत्तम: 12:34 ए एम से 02:13 ए एम, फरवरी 01
अमृत-सर्वोत्तम: 02:13 ए एम से 03:52 ए एम, फरवरी 01
चर-सामान्य: 03:52 ए एम से 05:31 ए एम, फरवरी 01

अशुभ समय
राहुकाल- 11:13 ए एम से 12:35 पी एम
गुलिक काल- 08:31 ए एम से 09:52 ए एम
यमगण्ड- 03:17 पी एम से 04:38 पी एम
दुर्मुहूर्त- 09:20 ए एम से 10:03 ए एम, 12:56 पी एम से 01:40 पी एम
पंचक- पूरे दिन
दिशाशूल- पश्चिम

रुद्राभिषेक के लिए शिववास
गौरी के साथ – 01:59 पी एम तक, उसके बाद सभा में.

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